दानिश-सा निश्चल हृदय
शिउली का अनकहा प्रेम
हरशिंगार की वो महक.....
और उम्र भर की ये छिपी हुई उदासी।।
जीवन मेरा अक्टूबर-सा.....❤
छोटी-सी आई थी तुम एकदम दुबली-पतली सी, डरी-सहमी हुई। देखकर कोई कह ही नहीं सकता था की वो तुम हो मम्मी बोलती थी जैसे कोई बकरी का ...
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